मूऴजी करमसोत रो मरसियो – लाऴस उमरदानजी रो कह्यौBy adminSeptember 15, 20190 गाँव धणारी के राठौड़ मूऴजी करमसोत, जोधपुर महाराजा जसवन्तसिंह द्वितीय के समय नागौर के हाकिम थे, वे बहुत उदारमना एंव…
कवित्त – कविया हिंगऴाजदान जी रचितBy adminAugust 21, 20191 !! कवित्त !! कविया हिंगऴाजदान जी रचित !! कविया श्री हिंगऴाजदानजी भगवती के अनन्य उपासक थे, माँ उनकी हर पुकार…
कवित्त- राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकरBy adminDecember 7, 20180 !! कवित्त !! जोगीदान अमृत न पान दान दैहैं ततो, औषधि को पान कहा प्रान को उबारिहै ! तारापति जोपै…
राजस्थानी भाषा – राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकरBy adminDecember 7, 20180 !! राजस्थानी भाषा !! ========================= संसार की किसी भी भाषा की समृद्धता उसके शब्दकोष और अधिकाधिक संख्या मे पर्यायवाची शब्दो…
कवित्त- श्रीरामदानजी दधवाङिया कूंपङावास (राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर)By adminDecember 7, 20180 !! कवित्त !! धराके हिये में ध्यान राम अवधेश जूको, मात पितु मेरे ताके चर्ण सीस नाऊँ मैं ! सदगुरू…
दोहा- {प्राचीन इतिहास सू दोहा संकलन} राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकरBy adminDecember 7, 20180 दोहा !! इऴा न देणी आपणी, हालरिये हुलराय ! पूत सिखावै पालणै, मरण बङाई माय !! सज मुखमलरी सेज, नरसोवै…
कवित्त- राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकरBy adminDecember 6, 20180 कवित्त !! सन्नी जमराज दोऊ धारत महीषन को, मृग पे मयंक अर्क अश्व पे दिखात है ! ब्रह्मा अरू सुरसती…
सवैया, माधोरामजी कायस्थ- राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकरBy adminDecember 6, 20180 !! सवैया !! !! माधोरामजी कायस्थ !! बालपनै प्रतिपाल करी हम, जानि सही तूँ गरीबनवाज है ! योवन में तन…
नागदमण- राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकरBy adminDecember 6, 20180 !! नागदमण !! नागराज रो दमण श्रीकिशन जी करियो ने उणरी कवितावां लेख अनैक कविगण व लेखक करियो, उणीज उपर…
प्रातः निवेदन- राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकरBy adminDecember 6, 20180 प्रातः निवेदन अंम्बा ओयणरीह, छाया रख छत्रैस्वरी ! दिल मझ दोयणरीह, व्यापै ताप न बीसहथ ! !! छप्पय !! रिच्छाकर…