प्रीतम् देय पुलिस – मोहनसिंह रतनूBy मोहनसिंह रतनू (चौपासनी)April 16, 20200 कद मोटो कटि केहरी, छाती इंच छतीस। मरद मूंछालो मानवी, म्हने प्रीतम देय पुलीस।। मुस्डंडा मुजरा करे, सदा झुकावे शीश।…
बैश कीमती बोट – कवि मोहनसिंह रतनू (चौपासनी)By मोहनसिंह रतनू (चौपासनी)January 12, 20200 आगामी दिनो मे पंचायत चुनाव होने जा रहे हैं, मतदान किसको करना हे इसके लिए कवि ने एक गाइडलाइन बनाई…
भैरवाष्टक – डॉ. शक्तिदान कवियाBy मोहनसिंह रतनू (चौपासनी)December 1, 20190 सोरठाभैरु भुरजालाह, दिगपाला बड दैव तूं।रहजै रखवालाह, नाकोडा वाला निकट।। छंद त्रिभंगीनाकोडा वाला, थान निराला, भाखर माला बिच भाला।कर रुप…
सखी! अमीणो सायबोBy मोहनसिंह रतनू (चौपासनी)November 30, 20191 सखी अमीणो सायबो घर आंगण मांहे घणा, त्रासे पडिया ताव। जुध आंगण सोहे जिके, बालम बास बसाव।। वीर स्त्री कहती…
करनी सुजशBy मोहनसिंह रतनू (चौपासनी)November 28, 20190 छंद मोतीदाम करनी सुजश नमो तुझ्झ मैह सुता करनल्ल। सदा कर रैणव काज सफल्ल। प्रसू तव दैवल आढीय पाय। महि…
हेप्पी हैप्पी हुवै दिवाली, हैप्पी हैप्पी हुवै दिवाली- मोहनसिह रतनू,By मोहनसिंह रतनू (चौपासनी)October 27, 20190 हेप्पी हैप्पी हुवै दिवाली, हैप्पी हैप्पी हुवै दिवाली, चमचम करती किसमत चमकै, चमकै गगन मुलकता तारा। घर घर हो दिवलै…
घनघोर घटा, चंहु ओर चढी – कवि मोहनसिंह रतनूBy मोहनसिंह रतनू (चौपासनी)August 3, 20190 ।।छंद – त्रोटक।। घनघोर घटा, चंहु ओर चढी, चितचोर बहार समीर चले। महि मोर महीन झिंगोर करे, हरठोर वृक्षान की…
कर मत आतमघात – कवि मोहन सिंह रतनूBy मोहनसिंह रतनू (चौपासनी)July 27, 20190 आत्म हत्या महा पाप है, विगत कई सालों से बाडमेर जिले में आत्म हत्याएं करने वालो की बाढ आ गई…
गीत बल्लू जी चांपावत रो (संकलन कर्ता- मोहन सिह रतनू, जोधपुरBy मोहनसिंह रतनू (चौपासनी)May 20, 20190 गीत बल्लू जी चांपावत रो गीत प्रहास साणोर विजड ऊठियो धूण गिरमेर रो बहादुर, पछै म्हे कदे अवसाण पावां। अमर…
गोड़ावण गरिमाBy मोहनसिंह रतनू (चौपासनी)April 24, 20190 🌹गोड़ावण गरिमा🌹 दुहा गोडावण गरिमा लिखूं ,दो उगती वरदाय जिण पंछी रे जीवसूं, लम्पट गया ललचाय छंद नाराच वदे महीन…