March 31, 2023

ध्रुव स्तुति – महात्मा नरहरिदास बारहठ

“अवतार चरित्र” ग्रन्थ में ध्रुव-वरद अवतार की स्तुति ।।छन्द – कवित्त छप्पय।।ऊँकार अपार, अखिल आधार अनामय।आदि मध्य अवसान, असम सम आतम अव्यय।एक अनेक अनंत, अजीत अवधूत अनौपम।अनिल अनल आकाश, अंबु अवनी मय आतम।उतपत्ति नाश कारन अतुल, ईश अधोगत उद्धरन।अध मध्य ऊर्ध व्यापित अमित, तुम अनंत असरन सरन।।1।। परमधाम पर ज्योति, …

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शिव स्तुति – महात्मा नरहरिदास बारहठ

।।शिव स्तुति।।(सवैया-घनाक्षरी)वृषभको वाहन बिछावनौ है लोमविष,विषईतुचा को वास क्रोधके निकेत है।आसीविष भूषण, भखन विष विंधुमाला,मंगल तिलक सर्वमंगला सहेत है।।विषय विनाश वेष रहत विषैही रत्त,शूल औ कपाल इहिं संपति समेत है।देखौ धौं अभूत भूतनाथ एकौपल भजे,रीझ मर्त्यनामानि अमर्त्य पद देत है।।१।।भोरे भूलिजात भवभोग दे दे भोर ही लौ,भोरी गोरी भवा के …

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भक्तकवि महात्मा नरहरिदास बारहठ

भक्त कवि श्री नरहरिदासजी बारहट महान पिता के महान पुत्र थे। इनके पिता लखाजी बारहट भी अपने समय के प्रसिद्ध कवि एवं विद्वान् थे जिन्हें मुगल सम्राट अकबर ने बहुत मान दिया। जोधपुर के महाराजा सूरसिंह जी के ये प्रीतिपात्र थे। लखाजी के दो पुत्र थे। ज्येष्ठ गिरधरदासजी एवं कनिष्ठ …

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