मेहा सधू मुंझाय छे : रचना :- जोगीदानभाई गढवी (चडीया)By adminFebruary 17, 20200 || मेहा सधू मुंझाय छे || चारण जगदंबा आई सोनबाई मां नो संदेश छे के चारण होयई दारु न पिये…
चारण नी द्रस्टीये द्रोपदी – रचना: जोगीदान चडीयाBy जोगीदान चडीयाJanuary 5, 20200 द्रोपदी एक क्षत्रीयांणी हती, राजपूती धर्म अने युद्ध नी कळा ने जांणवावाळी समर्थ विरांगना हती, आजे जो कोई सामान्य स्त्री…
कवि काग वंदना- रचना – कवि श्री जोगीदान चडीयाBy जोगीदान चडीयाNovember 30, 20190 कवि काग वंदना रचना: जोगीदान चडीया कोटी कोटी वंदन छे दुल्ला काग ने, धऩ्य मां धाना ने धन्य भाया बड…
कहो वीर चारणो केवा – कवि श्री जोगीदान चडीयाBy जोगीदान चडीयाNovember 30, 20190 कहो वीर चारणो केवा रचना: जोगीदान चडीया ढाळ: सुना समदर नी पाळे दोहो कलमु किरपांणुं ग्रही, पकड्यो चारण पंथ जोधो…
बाळपण – रचना: जोगीदान चडीयाBy जोगीदान चडीयाNovember 14, 20190 बाळपण – रचना: जोगीदान चडीया मुल्युं ना कोयथी मुलाय बाळपण केवुं अलबेलडु… भुल्युं ना जरीये भुलाय बाळपण केवुं अलबेलडु…टेक भोळुडुं…
सोनल गई सिघार – जोगीदान चडीयाBy जोगीदान चडीयाNovember 10, 20190 || सोनल गई सिघार || रचना : जोगीदान चडीया गमियो खुब गमारने, दारु तणों दीदार जे दुख हारे जोगडा, सोनल…
आई नी अकळांमण – जोगीदान चडीयाBy जोगीदान चडीयाNovember 8, 20190 आई नी अकळांमण छंद : सारसी दोढेक लीटर पीये दारु, चिकन मुरगां चावता. मंडाय पाछा मंच माथे गीत सोनल गावता.…
चारण साडा त्रण प्हाडाBy जोगीदान चडीयाNovember 9, 20180 चारण साडा त्रण प्हाडा- जोगीदान चडीया द्वारा रचित रचनाओं के साथ. प्रथम,प्हाडो छंद: मनहर कवित || नरा चाळ अवसूरा ||…
खोडल तारा खेल- रचना: जोगीदान चडीयाBy जोगीदान चडीयाNovember 5, 20180 || खोडल तारा खेल || रचना: जोगीदान चडीया पोगेय तुं पताळमां, गगने करती गेल. जोया चारण जोगडे, खोडल तारा खेल.||01||…