March 29, 2023

श्री करणी जी रौ छन्द – भंवरदानजी (झनकली)

मन मंदिर रा मावड़ी, करणी खोल कपाट। सुंदर रचना कर सकूं, वरणी रूप विराट।। छंद जात लीलावती तो आदि अहुकारण सकल उपासण मान वधारो जोगमया। पंचों तंत सारे त्रिगुण पसारे थिर धारा ब्राहमंड थया। नखतर निहारिका नेम नचाया ध्रुव गगन गंगा धरणी। नित नमस्कार नवलाख निरंतर करणी करणी जय करणी …

श्री करणी जी रौ छन्द – भंवरदानजी (झनकली) Read More

श्री सभाई सुजस – भँवरदान मधुकर झणकली

श्री सभाई सुजस दोहा सभाई चड़िया सती जाती वधारण जस। रंग वारण घर रतनू वेरियाँ काटण वंश।। कवियन्द धर कपूरड़ी शाख सौविस निवास कीधी अनीति कमधजां ओ वरणो इतिहास।। छंद पधरी साँसणा अवल हुतो सुथान सरवत प्रगट शौभा समान बाजार हाट करतां बखान सुंदर अपार गोकुल समान।। कमधजां कलंक वैरीसाल …

श्री सभाई सुजस – भँवरदान मधुकर झणकली Read More
error: Content is protected !!