March 31, 2023

चिरजा- बिड़द रख बीसहथी वरदाई – डॉ गजादान चारण शक्तिसुत

बिड़द रख बीसहथी वरदाई, सेवग दुख हर लीजे सुरराई। खल को खंडन कर खलखंडनि, मेछां उधम मचाई। संतन के मन गहरो सांसो, पुनि-पुनि-पुनि पछताई।।1।। खल संग निर्मल होय सफल कब, अंत मिलत अफलाई। दुष्ट दलन कर हे दाढाळी, एक आसरो आई।।2।। निम्-निम नाड़ राखतां नीची, लुळ-लुळ धोक लगाई। तिम-तिम अहम …

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पीर की स्तुति:- कानदासजी मेहडू

पीर की स्तुति:- कानदासजी मेहडू कानदासजी मेहडू नाम के हिंदूधर्मी चारण, जब खुद कोई झूठे इल्ज़ाम के लिए अंग्रेजों के कैदी बने, उस समय उन्होंने दरीयाई पीर की स्तुति कि तब जेल में दरीयाई पीर आकर उनकी बेड़ीया तोड़ने की दंतकथा है। इस पूरे आलेख में, कानदास चारण ने गोरों …

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देवी स्तुति – नरपतदान आशिया ‘वैतालिक’

हैदराबाद स्टूडियो में “देवी स्तुति” की रिकॉर्डिंग। कविता: नरपत आशिया वैतालिक रचना: रामावतार दयामा जी, गायक: पूरवा गुरु जी नवरात्रि पर स्तुति रिलीज होगी। देवी स्तुति जय जग जननी! आसुर हननी! विश्व विनोदिनी! अंबा!! जगत पालिनी देवि! दयालिनी!, ललिता! मां! भुजलंबा! !१ विपद विदारिणी! त्रिभुवन तारिणी! नेह निहारिणी! करणी! पातक …

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हे चारणी सुख कारणी – आई सोनल माँ कृत स्तुति

सुनने के लिए विडियो लिंक पर क्लिक करें। स्वर- कुलदीप गढवी हे चारणी सुख कारणी ब्रह्मचारणी आई सरण। सच्चिदानंद सारदा मंगळमयी मणमूं चरण।।1।।टेर अम्बिका आवड़ आस पूरण हां तिहारा हि बाळ म्हे। जग तारणी अघ हारणी कुरू प्रणत री प्रतिपाळ थे।।2 हे चारणी सुख कारणी……………… पुरवजां सम नीती पथिक व्हां …

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सुं कीर्ति करुं सोनला, तारी महीमां अपरम्पार- आशूदान मेहड़ू जयपुर

माँ भवानी पण, अति बलशाली श्रेष्ठतम शक्ति छे जेना आधारे आ जगत टकेलो छे। शक्तिविहीन जीव अथवा आखो बृहमांड नकामो छे। एज शक्ति थी बधुं संचालन थाय छे। शक्ति ना अनेकानेक रुप छे, विविधरुपा शक्ति जेने आपणे देवी, माताजी, आई,माड़ी मैया कहिये छिये एज बधा नो आधार स्थंभ भरोसो ने …

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दुर्गा-स्तुति स्तौत्र – राजेंन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर

!! दुर्गा-स्तुति स्तौत्र !! अयि गिरिननि नंदितमेदिनि विश्वविनोदिनि नंदनुते गिरिवर विंध्य शिरोधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते।  सुरवरवर्षिणि दुर्धरधर्षिणि दुर्मुखमर्षिणि हर्षरते त्रिभुवनपोषिणि शंकरतोषिणि किल्बिषमोषिणि घोषरते। अयि गिरिननि नंदितमेदिनि विश्वविनोदिनि नंदनुते गिरिवर विंध्य शिरोधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते। भगवति हे शितिकण्ठकुटुंबिनि भूरि कुटुंबिनि भूरि कृते जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्य कपर्दिनि शैलसुते॥ सुरवरवर्षिणि दुर्धरधर्षिणि दुर्मुखमर्षिणि हर्षरते …

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आद शक्ति आवाहन – आशूदान मेहडू़ जयपुर

हमारी देव संस्कृति मत मतानुसार “नवरात्रि पर्व” दोनों चैत्र एवं आसोज नवरात्रि सिद्धि साधना, देव आराधना, मनोवांछित फल दात्रा, इष्टयात्रा एवं शत्रुनाश, रोगमुक्ति तथा अनेक सिद्धियां देने वाले अमोघ पर्व हैं। विशेष कर हम चारण तो मैया की अथाह शक्ति जो हमें माँ भवानी ने बगशीश की है उसके कायल …

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मैया से वंदना – आशूदान मेहडू

“सर्वत्र शुभम भवतु” आज चैत्र नवरात्रि के पावन दिवस पर श्री देवी की इस शुभ स्थपना वेला मे आप सभी परिचितों, मित्रों, स्नेहियों एवं अध्यात्मिक प्रेमियों को मैं स्हृदय नमन करता हूं शुभ कामनाएं देता हूं… स्वीकार करावें । “मैया से वंदना “ दे दे मैया तू आज दिल से, …

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शनिदेव की स्तुति – खेतदान मीसण

कहते है जब किसी का समय खराब चल रहा हो या किस्मत साथ न दे रही हो तो लोग कहते है कि ग्रह अच्छे नही है,या शनि देव का प्रकोप है। जब शनिदेव नाराज रहते है तो समय भी साथ नही देता है। ~कवि श्री खेतदानजी मीसण ने शनिदेव को …

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