March 21, 2023

आ राजस्थानी भासा है – शक्तिदान कविया

इणरौ इतिहास अनूठो है, इण मांय मुलक री आसा है । चहूंकूंटां चावी नै ठावी, आ राजस्थानी भासा है । जद ही भारत में सताजोग, आफ़त री आंधी आई ही । बगतर री कड़ियां बड़की ही, जद सिन्धू राग सुणाई ही । गड़गड़िया तोपां रा गोळा, भालां री अणियां भळकी …

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डॉ. शक्तिदान कविया री रचना दारु दूषण (सोरठा)

सुरसत थारी सेव,गणपत नै ध्यावूं गहर।भल ुकती दौ भेव,दारु-दूषण दाखवूं।।1 मारु डूब मरंत,दारू रै दरियाव में।उता समंद जल अंत,मरे न डूबै मांनवी।।2 इमरत देवां आप,दारू असुरां नै दियौ।मंगल अठी मिलाप,दंगल उण दिस देखलौ।।3 पी गैलौ पांणीह,बकै रात भर बावला।व्है धन री हांणीह,पांणी दै मिनखापणै।।4 सी नह उडै सरीर,पैठ उडै दारू …

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शक्तिदान कविया

शक्तिदान कविया नांव : शक्तिदान कविया शिक्षा : एम.ए., (हिन्दी) पीएच.डी. जन्म-तिथि अर स्थान : 17 जुलाई सन् 1940 ई. बिराई (शेरगढ़-जोधपुर) मौजूदा काम धन्धो : प्राध्यापकी (जोधपुर विश्वविद्यालय) छप्योड़ी पोथियां :  सोढ़ायण (संपादन 1966 ई.) रंगभीनी (संपादन-1965 ई.) काव्य कुसुम (संपादन-1966 ई.) लाखीणी (संपादन-1963 ई.) पत्र-पत्रिकावां में छप्योड़ी रचनावां …

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