March 31, 2023

छंद – हरीगीत – रचिता – चारण विजयभा हरदासभा बाटी.

छंद=हरीगीत *चल छोड दे अब छोड दे तुं वृथा चिंता छोड दे.* *ताहरे अधीन है कर्म तो तुं कर्म नाता जोड दे.* *होनी हरीवर हाथ रखियो सकल फिर जंजाळ है.* *ईश्र्वर चरण ग्रह ललीत मनवा अवर माया जाळ है.* *अब चल पुरानी़ प्रगट ज्योती लक्ष पर तुही ध्यान दे.* *पारस …

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छंद – नराच – रचिता – चारण विजयभा हरदासभा बाटी

छंद – नराच *जळाहळा जळाहळा प्रचंड तेज पुंज हो.* *निशा विडार भंज घोर आपही अखंड हो.* *प्रमाद खंड खंडना प्रभो अखंड आप हो.* *नभोमणी प्रभाकरा दिवाकरा प्रणाम हो.* *ग्रहा भुपाळ हे कृपाळ व्योम विंद वेद हो.* *त्रयोवृता तपोधनी महा महीम मान हो.* *रसो प्रवाह मंजुला रसाधिराज राज हो* *नभोमणी प्रभाकरा …

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चम्पाबाई माँ छंद – विजयभा हरदासभा बाटी

छंद – दोमळियो दुहो प्रगट मात पृहमी परे,हरणी विपत हजार. चरणा दीजो चारणी,चांपल जुगरी चार. छंद धिन चारण कुळ जळोमळ जोगण,ओप दिरावण आप सही. अवतार अपार धिराण महाबळ,सेवकरी सरकार कही. निज बाळ सँभाळ दयाळ महारथ,नाथ सदा समराथ रहो. चिंरकाळ महा सुख देवण आयल,मात चंम्पा दुख हाण हरो…..1 वाघदान सुता धिन …

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