March 20, 2023

रल़ियाणो राजस्थान जठै – गिरधरदान रतनू दासोड़ी

राजस्थान दिवस री बधाई …. रंग बिरंगी धरा सुरंगी, जंगी है नर-नार जठै। सदियां सूं न्यारो निरवाल़ो, रल़ियाणो राजस्थान जठै। रण-हाट मंडी हर आंगणियै, कण-कण में जौहर रचिया है। ताती वै पल़की तरवारां, भड़ वीरभद्र सा नचिया है। जुग-जुग सूं रैयी रीत अठै, वचनां पर जीवण आपी है। परणै सूं …

रल़ियाणो राजस्थान जठै – गिरधरदान रतनू दासोड़ी Read More

हे डोकरड़ी! माफ करीजै!

हे डोकरड़ी! माफ करीजै! हे मायड़भासा! सुंदर सरूपी तरूणी बाल़ा लड़ाझूम गैणां सूं सजधज सहनशीलता भाव गहनता शील सुशोभित बडपण धार्यां गात वडाल़ै भुजा-आजानु घण पूतां री सुण-सुण वीरत धारी धीरत मोद धारनै कीरत संभल़ी अंतस उमंग नै भूत भरोसै बैठ निचिंती हे बडभागण! बणी दवागण आतम रोसै मनां मसोसै …

हे डोकरड़ी! माफ करीजै! Read More

आ राजस्थानी भासा है – शक्तिदान कविया

इणरौ इतिहास अनूठो है, इण मांय मुलक री आसा है । चहूंकूंटां चावी नै ठावी, आ राजस्थानी भासा है । जद ही भारत में सताजोग, आफ़त री आंधी आई ही । बगतर री कड़ियां बड़की ही, जद सिन्धू राग सुणाई ही । गड़गड़िया तोपां रा गोळा, भालां री अणियां भळकी …

आ राजस्थानी भासा है – शक्तिदान कविया Read More

मोटी मरजादण मरुभाषा – डॉ गजादान चारण ‘शक्तिसुत’

सतियां रै सत री गाथावां पतियां रै पत री घण बातां। जतियां रै जंगी जूझारू जीवण री जूनी अखियातां।। संतां री वाणी सीख भरी सूरां रा समर अनै साका। वीरां वरदाई बड़भागण मोटी मरजादण मरुभाषा।। इणमें करसां रो करसण है परकत रो परसण इण मांहीं। इणमें अणकूंत आकरसण है देवां …

मोटी मरजादण मरुभाषा – डॉ गजादान चारण ‘शक्तिसुत’ Read More

रजवट भाषा नै राखणियां, आवो मिल साथ आवाज करे- भंवरदान (कवि-मधुकर माडवा)

आज तीस मार्च राजस्थानी दिवस मोके पर मायड़ भाषा मान्यता तेज करनै कि मुहिम का आहवान करता मधुकर काव्य निजर । राजस्थानी दिवस री, तारिक आयी तीस। मायड़ भाषा मधुकरा, वरतां विसवा वीस। मान्यता री बात उठे मायड़ ओ, दिवस आज लो आयो है। रजवाड़ी रिझालू रंग भर, भाषा रो …

रजवट भाषा नै राखणियां, आवो मिल साथ आवाज करे- भंवरदान (कवि-मधुकर माडवा) Read More

राजस्थानी भाषा – राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर

!! राजस्थानी भाषा !! ========================= संसार की किसी भी भाषा की समृद्धता उसके शब्दकोष और अधिकाधिक संख्या मे पर्यायवाची शब्दो का होना ही उसकी प्रामाणिकता का पुष्ट प्रमाण होता है। राजस्थानी भाषा का शब्दकोष संसार की सभी भाषाओं से बड़ा व समृद्धशाली बताया जाता है। राजस्थानी में ऐक ऐक शब्दो …

राजस्थानी भाषा – राजेन्द्रसिंह कविया संतोषपुरा सीकर Read More

जंगी गढ जोधांण, बंको बीकानेर व महीपत जेसलमेर

जंगी गढ जोधांण मोहनसिंह रतनू जयपुर कदेन जावणो अंबु हवा असुद्व। प्राय वाहन गिरपडै, राह करे अवरूद्व।।१ बारीश में कोटा बुरो, दिन रूकणो नह दोय। माखी माछर मांदगी, हर च्यारुं दिस होय।।२ सरदी में आबू शिखर, भूल कदे मत भेट। काया धूजै कांपती, लेवे ठंड लपेट।।३ मझ गरमी रै मांयनै, …

जंगी गढ जोधांण, बंको बीकानेर व महीपत जेसलमेर Read More
error: Content is protected !!