April 2, 2023

जांभा सुजस – कवि भंवरदान माडवा “मधुकर”

।।दोहा।।अवनी जीव ऊद्धारणा, संत सुधारणा शम्भ।विश नव जात वधारणा, जय जोगेश्वर जम्भ।। ।।छंद – त्रिभँगी।।जन मन जयकारा, धन तन धारा, अवन उचारा अवतारा।पिंपासर प्यारा, दीन दुलारा, पुन प्रजारा, परमारा।तपस्या तन तारा, भव पर भारा, भल भंयकारा भूप भया।परगट परमेश्वर, जय जांभेशवर, निज अवधेश्वर रूप नया।। नव विसी न्याती, धर्म धराती, …

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कवि मधुकर छंद रोमकंद निजर

कवि मधुकर छंद रोमकंद निजर सिंढायच चन्दू सती, वर्ण हन्दू रख वात। शरणो दे ऊदल सदू, अवन बंदु अखियात।1 अखियात सुगात प्रभात उचारत, मात चन्दू वर्ण जात मही। तव आणद मात सुतात तो ऊदल, लै पक्ष भ्रात सुपात लही। माड़वै प्रख्यात सती जग मानत, गात गली देव पात गती। विखमी …

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लूंग मां- कवि मधुकर माड़वा।

।।दोहा।। आई लूंग जन्म इला, उपजाई अनुराग। वरदाई मां विसहथी, भमर गाई बड भाग।।1।। अजित दान पितु आशिया, मायड़ मेतु महान। लूंग जाय घर लाडली, वलदराय वरदान।।2।। साल गिरह नभवै सरस, बीज शुधी वरताय। जेठ मास में जगतम्बा, जयन्तीय जचवाय।।3।। ।।छंद सारसी ।। जेठां जपावै बीज थावै जन्म पावै जानियै। …

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मोदी माला – भंवरदान “मधुकर” माड़वा

मोदी माला – भंवरदान मधुकर माड़वा- +919414761361 सादर में कवी मधुकर आज भारत देश के इन शहादती जवानां को श्रदांजली देता हुवा नमन करता हू। ओर भारत कि जनता सें अपील करता हू। मोदी जेसै छपन ईंच के सीनै वालै की हमें जरूरत है ओर नाज भी है।अगर आपनै पांच …

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माँ करणी मेरवान – मधुकर

कय मधुकर जय करनला, किरपा दय किनियान। काव्य सधर लय कथणी, सय सुख घर शुभियान। साय तमां रिछपाल हमां सद, आप नमां अहसान अपारा। हाँ हम बाल झिकाल किया हद, हाल बैहाल पीड़ा हर वारा। कंठ तणी गंठ गाल दिया कद, आल पंपाल अदीठ उबारा। माँ करणी मेरवान मधुकर, वा …

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रजवट भाषा नै राखणियां, आवो मिल साथ आवाज करे- भंवरदान (कवि-मधुकर माडवा)

आज तीस मार्च राजस्थानी दिवस मोके पर मायड़ भाषा मान्यता तेज करनै कि मुहिम का आहवान करता मधुकर काव्य निजर । राजस्थानी दिवस री, तारिक आयी तीस। मायड़ भाषा मधुकरा, वरतां विसवा वीस। मान्यता री बात उठे मायड़ ओ, दिवस आज लो आयो है। रजवाड़ी रिझालू रंग भर, भाषा रो …

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केशरीसिह बारहठ जयंती सुजस – भवरदान माड़वा मधुकर

अमर शहिद केशरीसिह बारहठ जयंती सुजस कवि भवरदान माड़वा मधुकर निजर। अमर शहिद वंदन अती, केशर जती कहाय। सत पैंतालिस सुकृती, जयन्ती जचवाय ।(1) ।।छंद गिया मालती ।।  देवपुर जागिरदारा, शाहपुर धर सेवियै।  वेवियै कृष्णासिंह वारा, केशरी सुत केवियै। ऐवियै ओ उजवाल अवनी, दुनी भारत देसरी। आजाद हिन्द पर, नाम …

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रामजी री चालिस पिढी तक रा वर्णण – मधुकर माड़वा (भवरदानजी)

ब्रह्मा के मरिची बेटै, मरिची कश्यप मुणां, कश्यप के पूत, विस्ववान कहलायै है। विस्ववान के वेवत्स, वेवत्स इक्षाकु बणै, वीर महा नगर वो, अहोध्या बसायै है। इक्ष्याकु कै कुक्षी अरू, कुक्षी कै विकुक्षी कहै, विकुक्षी के बांण, ताकै अरण्य बतायै है। अरण्य के पृथू अरू, पृथू के त्रिशूक पुणां, त्रिशूंक …

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राजस्थान की प्रशिद लोक देवियां कवित – कवि मधुकर माड़वा (भवरदानजी)

राजस्थान की प्रशिद लोक देवियां कवित कवि मधुकर   करनल मात कहै, देशनोक बीकानेर, चुवां वाली देवी जग, चावा जस चया है। तैमड़ा तणोट आद स्वांगिया मालण तहां, जगत जैसांण जिला, प्रशिद जो भया है। केला देवी करोली ज्यू, जमुमाय जैपुर में, रैवासा वो जीण माता सीकर में रया है। …

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जंगी गढ जोधांण, बंको बीकानेर व महीपत जेसलमेर

जंगी गढ जोधांण मोहनसिंह रतनू जयपुर कदेन जावणो अंबु हवा असुद्व। प्राय वाहन गिरपडै, राह करे अवरूद्व।।१ बारीश में कोटा बुरो, दिन रूकणो नह दोय। माखी माछर मांदगी, हर च्यारुं दिस होय।।२ सरदी में आबू शिखर, भूल कदे मत भेट। काया धूजै कांपती, लेवे ठंड लपेट।।३ मझ गरमी रै मांयनै, …

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