March 21, 2023

मत्सस्य की मीरां “समान बाई” कविया

मत्सस्य की मीरां “समान बाई” कविया (पुण्यतिथि श्रावण अमावस्या पर विशेष आलेख ) राजस्थानी साहित्य मेे भक्त कवयित्री के रूप मे जो स्थान मीरा को मिला है उसके समकक्ष समान बाई को भी उनके विपुल  साहित्य रचना के कारण उच्च स्थान पर माना जाता है . अलवर के प्रशिद्ध धरणा …

मत्सस्य की मीरां “समान बाई” कविया Read More

ध्रुव स्तुति – महात्मा नरहरिदास बारहठ

“अवतार चरित्र” ग्रन्थ में ध्रुव-वरद अवतार की स्तुति ।।छन्द – कवित्त छप्पय।।ऊँकार अपार, अखिल आधार अनामय।आदि मध्य अवसान, असम सम आतम अव्यय।एक अनेक अनंत, अजीत अवधूत अनौपम।अनिल अनल आकाश, अंबु अवनी मय आतम।उतपत्ति नाश कारन अतुल, ईश अधोगत उद्धरन।अध मध्य ऊर्ध व्यापित अमित, तुम अनंत असरन सरन।।1।। परमधाम पर ज्योति, …

ध्रुव स्तुति – महात्मा नरहरिदास बारहठ Read More
error: Content is protected !!