March 31, 2023

सखी! अमीणो सायबो

सखी अमीणो सायबो घर आंगण मांहे घणा, त्रासे पडिया ताव। जुध आंगण सोहे जिके, बालम बास बसाव।। वीर स्त्री कहती है संकट की घडी मे भयभीत होने वाले तो प्रत्येक घर मे मिल जायेगे परन्तु सूरमाओ का पडोस तो सौभाग्य से प्राप्त होता है। सखी अमीणो सायबो, सुणै नगारा ध्रीह। …

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