झालामान शतक- नाथूसिंहजी महियारिया
नाथूसिंहजी महियारिया रचित झाला मान शतक सर कोटि री उंचे दरजे री बेजोङ रचनाहै जिण कृति में सादङी (मेवाङ) रै राजराणा झाला मानसिंह जी रै उद्भट शौर्य, अदम्य साहस अर सूरापण, अर बिना सुवारथ बऴिदान रो बङो बर्णन करियो है, हऴ्दीघाटीरी लङाईरो बङ वीर नायक झालामान आप रै प्राणा नै …