संकटो में घिरे हुवे सेनानी का सन्देश ~ कवि भंवरदान झणकली
संकटो में घिरे हुवे सेनानी का सन्देश ~ कवि भंवरदान झणकली दोहा मात सन्देशो मेलियो बेटा छोड़ विवाद। खुश कर याया खान नां आ जा होय आजाद ।।1।। मात पिता घुट घुट मरे अरि करे अपमान। दुख दे मारे दुलातियां खचर् टिका खाँन।।2।। दुष्ट फौजां इण देश नां कीधो कब्रिश्तान। …