March 21, 2023

श्री राधव रासो ~ कवि भंवरदान झणकली

श्री राधव रासो ~ कवि भंवरदान झणकली भंवर राम भज मन भरीदे वीगती वन दाम। जुग मा जित रे जीवणो कर ले सुकरत काम।।१॥ वंदन करां हंस वाहणी,उकत जथा उर आण। राधव राशो राचवां, डींगल चन्दा जाण॥२॥ प्रोळ रखा परमेसरा, जीत विजे जग जाण। श्राप पायो सनकाद सूं , ईला …

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श्री चंपाबाई चारणी रो छंद – कवि राजन झणकली

श्री चंपाबाई चारणी रो छंद बाग सुता बागेशरी मेहड़ू कुळ महान। पावन धरा पारकरी जनमी डिणसी जान। पति राणो परमारथी मऊ नगरी मांय। वंश सिंढायच वारसी ऊजळ कीनो आय। प्रातः कज्ज कर प्रमेशरी साधक रूप सुजास वाचन करती वीश हथी पावन ग्रँथ प्रकाश। प्रकटी उन्नीस पिचोतरे आई चंपा आप। तपधारी …

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सगत चम्पा मात रो सुजस – मीठाखां मीर डभाल

“सगत चम्पा मात रो सुजस” दोहा उकत समापण ईसरी, सगत रहावो साथ ।। चम्पादे धिन चारणी, मात नमावूं माथ ।।1।। धरा डीणसी धिन्न हो, मुल्क पारकर मांय ।। जनम लियो उत जोगणी, सगत करण  नित छांय ।।2।। भगती किन्ही भाव सूं, पति सेवा व्रत पाळ ।। चम्पा धिन धिन चारणी, …

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गूदड़ी वाले बाबा गणेशदास जी !!

आज से लगभग अस्सी नब्बे वर्ष पहले एक महान संत जयपुर के आसपास विद्यमान थे, जो गूदड़ीवाले बाबा के नाम से जाने जाते थे। उनका नाम गणेशदासजी था। वह दादूपंथी महात्मा थे। उस समय में जयपुर के प्रसिध्द गणमान्य लोगौं में बाबा की बड़ी मान्यता व स्वीकार्यता थी, तथा बाबा भी …

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