March 21, 2023

चारणों के पर्याय-नाम एवं १२० शाखाएं/गोत्र – स्व. ठा. कृष्णसिंह बारहठ

सन्दर्भ: चारण कुल प्रकाश (ठा. कृष्ण सिंह बारहट विरचित) प्रसिद्ध क्रांतिकारी एवं समाज सुधारक ठा. केसरी सिंह बारहटके पिताश्री ठा. कृष्ण सिंह बारहठ (शाहपुरा) रचित ग्रन्थ “चारण कुल प्रकाश” से उद्धृत महत्वपूर्ण जानकारी– चारणों के पर्याय-नाम और उनका अर्थ चारण जाति के जितने पर्यायवाची नाम अद्यावधि हमको मिले, वे नीचे लिख कर उनका धात्वर्थ …

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चारण जाति की मुख्य तेवीस शाखाए

चारण जाति की मुख्य तेवीस शाखाए हें! कुछ लोग इसकी गिनती एक सो बीस बताते हें, लेकिन मुख्य तेवीसहें ! उपशाखाए ५६७ हें अंत शाखाओ की गिनती नही हें ! जो अखावत, लखावत, इशरावत, जुगतावत, अमरावत आदि योग पुरुषों के नाम गोत्र हें !! १. मारू शाख : ५२ उपशाखा …

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चारण साडा त्रण प्हाडा

चारण साडा त्रण प्हाडा- जोगीदान चडीया द्वारा रचित रचनाओं के साथ. प्रथम,प्हाडो छंद: मनहर कवित   || नरा चाळ अवसूरा  || रचना: जोगीदान चडीया नरा कूळदेवी मात रवेची को लीयो नामशंकर को गण आखी भोम अखीयाता हैसूतको है पुत्र माताआवरी को जायो आजअवल्ल अमल्ल नेह चारण चराता हैईसर, उसडा, सूडा, सिंगडीया,मळी …

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