March 31, 2023

माता जी की नामावली व नाम उपमाओं के 101 दूहा रणजीत सिंह चारण “रणदेव” रचित

माता जी की नामावली व नाम उपमाओं के 101 दूहा रणजीत सिंह चारण “रणदेव” रचित (जिसमें पार्वती के 108 पीठों के नाम भी शामिल हैं) गणपति समरूँ आपनें, बारि बारि मों बाप। मंगल करों महेश सुत,, जपूँ आपरों जाप।।१।। कृपा करों कमलासनी,दो सक्ति बुद्धि ज्ञान। जगदंबा नाम जपणा,,लिखावों स कलमान।।२।। …

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मुंशी प्रेमचंद सम्मान लेने वाले “भारत के सबसे युवा कलमकार” रणदेव” को मिलेगा “विविधता में एकता राष्ट्रीय सम्मान”

मुंशी प्रेमचंद सम्मान लेने वाले “भारत के सबसे युवा कलमकार” रणदेव” को मिलेगा “विविधता में एकता राष्ट्रीय सम्मान” रणजीत सिंह चारण “रणदेव” पिता शंकर सिंह जी चारण निवासरत ठी.-मुण्डकोसियाँ, जिला – राजसमंद को दिनांक 17 नवम्बर को जयपुर में एन. आर बी फाण्डेशन द्वारा होने वाले भव्य अंतराष्ट्रीय मैत्री सम्मेलन …

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रणजीत सिंह चारण "रणदेव" बनें मुंशी प्रेमचंद सम्मान लेने वाले भारत के सबसे युवा कलमकार

रणजीत सिंह चारण “रणदेव” बनें मुंशी प्रेमचंद सम्मान लेने वाले भारत के सबसे युवा कलमकार   श्री विभगुंज वेलफेयर सोसायटी द्वारा मासिक पत्रिका साहित्य समीर के वार्षिकोत्सव में कुछ चयनित रचनाकारों कों उनके लेखन से मुख्यतः तीन तरह के सम्मान दिये गये। जिसमें शब्द गुंजन सम्मान, महादेव वर्मा सम्मान और …

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पुलवामा आंतक से एक ओर शहीद (पढे़ रणजीत सिंह चारण ‘रणदेव’ की कहानी

पुलवामा आंतक से एक ओर शहीद (पढे़ रणजीत सिंह चारण “रणदेव” की कहानी और साथ ही भारत और भारत देश के कश्मीर में आतंक क्यों होता इसका सच।) जय जवान                 जय किसान मेरे देश के सभी जवानों, किसानों को शत् – शत् नमन। …

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द भजानंदी फाउंडेशन द्वारा आयोजित चारण शक्ति दर्शन भव्य कार्यक्रम मढ्डा में आप सभी चारण गढवीं बंधुजन पधारकर माँ जगदम्बा की कृपा लेंवें। चारण मिलन एकता संजोग लेंवें

“द भजानंदी फाउंडेशन द्वारा आयोजित चारण शक्ति दर्शन भव्य कार्यक्रम मढ्डा में आप सभी चारण गढवीं बंधुजन पधारकर माँ जगदम्बा की कृपा लेंवें। चारण मिलन एकता संजोग लेंवें। नवलख सगती नामसूं, जग सारो तर जाय। मढ्डा गढ में मायडी, कृपा सोनल कराय।।1।।   आवों सगला आपणा, गढवीं चारण गाज। मढ्डा गढ में …

द भजानंदी फाउंडेशन द्वारा आयोजित चारण शक्ति दर्शन भव्य कार्यक्रम मढ्डा में आप सभी चारण गढवीं बंधुजन पधारकर माँ जगदम्बा की कृपा लेंवें। चारण मिलन एकता संजोग लेंवें Read More

अमावस्या को दीपों से चमकती, मैं दीपावली न सुरज न चाँद की- रचित-रणजीत सिंह चारण ‘रणदेव’ मुण्डकोशियां, राजसमंद

अमावस्या को दीपों से चमकती, मैं दीपावली न सुरज न चाँद की |   आयी हैं तुमको याद जिस दिन,, बनवासी लौटा हर्षोल्लास की || उस दिन घर-गली को महकाया, सिता-राम लखन लौट फरमान आया | थी अमावस्या की काली रात पर,, उस धाम को दीपों से जगमगाया || धुम-धाम …

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चिरज-रणजीत सिंह चारण रणदेव

” चिरज “   माँ क्रूपा करो मेहाई मायड, देशाणे काबा वारी . हैं काबावाली डोकरी,, आवड करनल अवतारी | क्रूपा करो माँ……… टेर   हैं देशनोक करणी किनियाणी, आफत आय उबारों , चारण कुल वंशी अवतारी,, दाता झंझट टारों। बारम्बार विनती करूँ दाता, शरणा सदा म्हनें राखों। माँ क्रुपों …

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चारण एक धारण-रणजीत सिंह रणदेव चारण

चारण एक धारण केवण विनती कालजों , मेहाई सुण मात। चारण बट कैसे वियों,, सबने करदों साथ।।1।।   चारण एक धारण हों , शक्ति पुत्र हों साथ। करदों किरपा करनला,,कदम-कदम हों हाथ।।2।।   शक्ति साक्षात् सोहें, धरा ऊपर धाय। एक करों नी अंबका,, प्रथम इच्छा प्रदाय।।3।।   मारू कहें काच्छेला,, …

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दोहें जगदम्बा के-रणजीत सिंह रणदेव चारण

दोहें जगदम्बा के आप पधारों आवडा, दुजों लिए अवतार। गान अब तोरे गाऊं,,करज्यों न इणकार।।१।।   शक्ति हिगलाज सरूपा, सेवग विनय सवार। आज ही मात आवजों,,करज्यों न इणकार।। २।।   सातूं बहना साथ में, पधारजों इण पार। दर्शन दिज्यों दाढाली,,करज्यों न इणकार।।३।।   जगदंब बाट आपकी, जोऊं उर जयकार। मन …

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उदयपुर कन्या चारण छात्रावास के लिए कविता-रणजीत सिंह रणदेव चारण

जय श्री करणी माँ, जय लुंग माँ,  जय सोनल माँ उदयपुर कन्या चारण छात्रावास के लिए कविता हें शिक्षा न्यारी, हें सब को प्यारी, कहीं-कहीं होती इसकी बंटवारी। देखी मैंने भेदभाव की मनमानी,, वें कहां जाये गरीब बेटियां सारी।। इसलिए नींव लगी हैं,  अब हों सभी का प्रयास। आओं हम …

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