लेखणी जद कर लियो कड़पाण आजादी मिली- प्रहलादसिंह झोरड़ा
लेखणी जद कर लियो कड़पाण आजादी मिली और कविता जद हुई अगवाण आजादी मिली शंकरै सामौर, बांकीदास, सूरजमल्ल रा गीत बणियां जद अगन रा बाण आजादी मिली भरतपुर रा जाट ली जद धार आजादी मिली आऊवा ठाकुर भरी हुंकार आजादी मिली लक्ष्मी बाई, तांतिया अर वीर मंगल जद अठै होम …