श्री देवल माँ रो छंद, रचना -राजेन्द्रदांन (कवि राजन) झणकली
श्री देवल माँ रो छंद रचना–राजेन्द्र दांन(कवि राजन)झणकली देवल माँ वरदायनी साचा परचा सगत। सेवगोंय सुख सारणी भांगे पीड़ भगत।। भलियो जी बड भागियो जिण घर जलमी सगत। देवला नाम दाख़ियो वीरू मात तण वखत।। भलिये जी रो बड भाग आइ रमाइ आँगणे पल पल ते भरिया पाँव मात बाळक …