March 31, 2023

श्री चैलक राय रो छंद- रचना- राजेन्द्रदांन विठू (कवि राजन) झणकली

श्री चैलक राय रो छंद- रचना–राजेन्द्र दांन विठू (कवि राजन) झणकली चैलक रायां चारणी है तूँ ही हिंगलाज। समरयो लीजो सारणी कवि राजन हर काज।। उठत बेठतो आवड़ा चालतो मग चितार। टाळण घातन तावड़ा विशहथी को विचार।। छंद नाराच समत आठ सोय आठ आप मात आविया चैत्र सुदात नवम आत …

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जय कुलदेवी श्री चालकनेची माँ- आशूदान मेहड़ू जयपुर राज

जय कुलदेवी श्री चालकनेची माँ. हमणा आपणा बधा देगाम वासी मेहड़ू भाईयो ने कुलदेवी ना स्थाने सामुहिक जीमण जीमतां जोया. हियुं हर्ष थी हिलोला मारवा लागयुं अने मारो पारकर राठी याद आवयुं. छोकराए पूछयुं…शुं? विचार करो छो. हां मैं कहयुं. हुं आजे महाष्टमी शस्त्र पुजन दिवसे त्यां राठी आपणा ओरडा़ …

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