आई चम्पा माँ री चिरजा रणदेव चारण कृत
आई चम्पा माँ री चिरजा रणदेव चारण कृत दोहा पूजू पहला गणपती, दूज शारदा माय। किरथ चम्पा मात कथूं,,किरपा करों कृपाय।। चम्पा लायी चाँदणों, मया धनु रै माय। संवत उनीसौ पिचतर,,पारकर धरैं पाय।। चिरजा आई चम्पा आपरी किरपा म्हारैं आयों काज सरै।* काज सरै,ओजी कष्ट हरै,देवी मानें सरताज धरै।।* श्रावण …