धाट री प्रीत अर रीत- आशूदान मेहड़ू
आदरणीय सभी स्वजातिय धाटवासी सज्जनों। दो दिन पहले मैंने सिंधी भाषा मे “पारकर जी प्रीत” नामक शीर्ष से मेरी जन्मभूमि को लोरी दी थी, सिंधी एवं कच्छी भाषा के धाट पारकर वासी भारत में विस्थापित प्रेमियों ने उसको पढ़ा, अवलोकन किया और बधाई संदेश भी भेजे उन सभी सज्जनों को …