March 21, 2023

धाट री प्रीत अर रीत- आशूदान मेहड़ू

आदरणीय सभी स्वजातिय धाटवासी सज्जनों। दो दिन पहले मैंने सिंधी भाषा मे “पारकर जी प्रीत” नामक शीर्ष से मेरी जन्मभूमि को लोरी दी थी, सिंधी एवं कच्छी भाषा के धाट पारकर वासी भारत में विस्थापित प्रेमियों ने उसको पढ़ा, अवलोकन किया और बधाई संदेश भी भेजे उन सभी सज्जनों को …

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पारकर जी प्रीत- आशूदान मेहड़ू

पारकर जी प्रीत- आशूदान मेहड़ू आज जयपुर में रिमझिम बारिश बरस रही है.. ऐसे सुहावने मौसम में जन्मभूमि *”पारकर”* की याद उमड़ पड़ी.. बच्पन जहां बीता, जवानी के जश्न मनाए जहां पाराणे पारकर की सुंदर सभ्यता से अमोल सीख मिली, कारूंझर के कुंगरों की ओट बैठ सुहावनी प्रभात की ठंडी …

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उफ ! यह आजादी – आशूदान मेहडू

👉 उफ ! यह आजादी…👈 ”  आतंकवादी  “??? यह आजादी, गज़ब आजा़दी, सारा विश्व सुलग रहा । मानव भक्षक बन मानव का , आतंक खेल उल्झ रहा । मंदिर, मस्जिद, गुरद्वारे खाली, असुरालय अनेक बनें । रावण,कंस,दुशासन देखो , नित  नये  घन्ने  घन्ने । बेकुसूर गोली भेंट चढ़ें , बम …

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गर्ज में फर्ज री फाड- आशूदान मेहड़ू

आज विचार आया कि इस संसार में गर्ज क्या क्या रंग दिखाती है एवं गर्ज मे फर्ज़ की फाड कैसे फिट हो जाती है । इस गर्ज मे फर्ज़ की फाड से स्वयं भगवत अवतार भी अछूते नहीं रहे… उन्हें अपने भक्तों की लाज रखने के लिए, उन्के प्रण पूर्ण …

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कवि लिखजे अबे – आशूदान मेहड़ू जयपुर

आज पहलां री भांति जद कोई जोगो विषय हाथ लागे तो किं नुंए अंदाज रे मांहि आपरे चरणाँ धके निजर करां। आ सोच ने कवि लिखजे अबे याद आएगो…. अर लिख डारयो ।।               👇 🌈 कवि लिखजे अबे 🌈👈 1. कवि लिखजे अबे, गीत तुं हेत      रा, चारणत्व …

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वोटर थारी कल्ला गज़ब है- आशूदान मेहडू

वोटर री छाप – हार जीत री बाप वोटर थारी कल्ला गज़ब है, छाप थारी बलवारी है। थूं छिपके जिणने छाप चेप दे- वाँ घर मयँक सवारी है।। वोटर थारी कल्ला गज़ब है….. 1. नेता सगला नाज़ नखरा, द्वार थारे दर रोज किया। लोभ, प्रलोभन, लाचारी लालच, क्ई तिकड़म ताबडतोड …

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क्यों ! नहीं सुनते कृपालु- आशूदान मेहड़ू

आज का प्रश्न यह है कि हम ईश्वर चिंतन, भगवत गुणगान, मैया की वंदना एवं यज्ञ आदि खूब करते हैं परन्तु हमारी प्रार्थनाएं जो शतप्रतिशत फलीभूत हों, हमें मन चाही सफलता एवं शुभ ईच्छाओं की पूर्ति हो वैसा फल क्यों नहीं मिलता ? यह एक गहरा विचारणीय मुद्दा है, तो …

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रामजी ने घर क्यां छे – आशूदान मेहड़ू

 रामजी ने घर क्यां छे  घर क्यां छे! राघव ने आजे , जोओ ! आपणा राम रड़ी गया। माल मफत नो मारी मारी , माड़ी,बंगला, महल करी गया । खटपट खींचाताण प्रभु पर , नोखा नोखा भाग पड़ी गया । बधां रोटियो, लागे सेकता , वाते वाते, वाद चड़ी गया …

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महाशिवरात्रि मंगलाचरण- आशूदानजी मेहडू

प्रिय सज्जनों… आज महाशिवरात्रि का पर्व है…हम देवों के महादेव भगवान शिव की आराधना विशेष तौर इस पावन रात्रि को रात्रि जागरण कर भोलेनाथ नाथ का अभिषेक कर महामृत्युंजय मंत्रादि जप करते हैं सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्त हो सुखमय जीवन की और बढते हैं।ऐसा कहा गया है व …

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उफ ! यह आजादी- आशूदानजी मेहडू

उफ ! यह आजादी… “आतंकवादी “??? यह आजादी, गज़ब आजा़दी, सारा विश्व सुलग रहा । मानव भक्षक बन मानव का , आतंक खेल उल्झ रहा । मंदिर, मस्जिद, गुरद्वारे खाली, असुरालय अनेक बनें । रावण,कंस,दुशासन देखो , नित  नये  घन्ने  घन्ने । बेकुसूर गोली भेंट चढ़ें , बम बौछारें बरस …

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