March 21, 2023

श्री हनुमान जी रो छंद- राजेन्द्रदान (कवि राजन)

परम् भगत पराक्रमी हड़मत वड हाथाळ।
राम नाम रटतो सदा कपी बड़ो किरपाळ।।
कोप लंकापती कियो सीय लेगयो साथ।
गुण राम रा गावतों पतो कियो परभात।।

छंद त्रिभंगी
कपी किरपाळा बहु भुजवाळा हिम्मतआळा हाथाळा
नित राम रटाळा मनचित माळा सेव कराळा सुखवाळा
हरदम रखवाळा भूत भजाळा चिंता मेटण चिरताळा
हड़मत हाथाळा वीर वडाळा कर रखवाळा किरपाळा जी परचा देवत परचाळा,,,,,1

सुण राम मुखानी अजब कहानी सेवा जानी अपनानी
गढ़ लंका आनी आप उद्यानी खोज करानी सिय मानी
श्रीराम ललानी कथा सुनानी मुद्रिका देनी मतवाला
हड़मत हाथाळा वीर बडाळा कर रखवाळा किरपाळा जी परचा देवत परचाळा,,,,,,2

हिम्मत रो हूरो भरसक पूरो सेवक सुरो समपूरो
मन राम रटूरो ताकत तुरो दानव दूरो ठमठूरो
चिंता कर चूरो हाक हजूरो पावन पूरो परचाला
हड़मत हाथाळा वीर बड़ाळा कर रखवाळा किरपाळा जी परचा देवत परचाळा,,,,,,,3

हीमत घण आळा खाक कराळा बगियन वाळा करचूरा
बाहुबळ वाळा क्रोधन काळा विध्वंस कराळा वनपूरा
राकस रपटाळा लंका वाळा अगन हवाळा बलवाळा
हड़मत हाथाळा वीर बडाळा,,,,,4

रट राम निषंका हड़मत हंका जळ बळ जंका जंगाई
जप जाप अनेकां ताबड़ तंका असुर असंखा अधखाई
भय भांज भुजंका सरवत शंका जयजग जंका जबराळा
हड़मत हाथाळा वीरवडाळा,,,,,,5

हड़मत जद हड़ता पड़ पड़ पड़ता थड़ थड़ करता खलसारा
झड़ झड़ सब झड़ता लड़ लड़ लड़ता सड़ सड़ सड़ता सबसारा
अड़ अड़ कर अड़ता फड़ फड़ फड़ता मर मर मरता मतवाळा
हड़मत हाथाळा वीर वडाळा,,,,6

पवन सुत प्यारा कर रखवारा भयदुख हारा भुरजाळा
रिद राम रटारा भजमन भारा सिय रखवारा सुरवाळा
राजन रखवारा सदा सहारा कपि किरपारा करुणाळा
हड़मत हाथाळा वीर बडाळा कर रखवाळा किरपाळा जी परचा देवत परचाळा,,,,,7

छप्पय
समरयो हड़मत सेव परचा पावे परघळा
समरयो हड़मत सेव सुख चैन आवे सरगळा
समरयो हड़मत सेव भय दुःख सब भंजना
समरयो हड़मत सेव सुजस बधावे अंजना।।
कष्ट पीड़ भय भूत कटे मेटे असंख्यों तन मरज
कर जोड़ कवि राजन कहे राम भगत  सुणले अरज।।

~राजेन्द्रदान (कवि राजन) पुत्र श्री भँवरदांनजी कविराज (मधुकर) झणकली

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