हो याद करो चारण, मां सोनलनो आदेश=कच्छ कोटाया ना रामभइ नी रचना
ढाळ=हो राज मने लाग्यो कसुंबी नो रंग
हो याद करो चारण
मां सोनलनो आदेश
सोनलनो आदेश महामाया नो आदेश
अवनीपर आवीने अवतर्या मढडामां, चडवा चारणोनी वार
भटकेला भोमकामां भान भुलेलाने,साची बतावी छे शान
हो याद करो चारण…
काळा कळीयुगना कीचडे भराणा मदीरा ने मांस लीधा हाथ
गढना तमे विर हता मारग ना भोमीयाने केम भुल्या तमे आजे वाट
हो याद करो चारण…
धरमना धींगा ने करणी ना साचा ने वचनाेना हता टेकनार
अकबरना दरबारे सामे उभेला दुरसाजी ना छो तमे संतान
हो याद करो चारण…
सावजनी पेठे डणकुं देनारा ओला शीयाळथी डरो केम आज
जागीने चेतो “राम बाळ” विनवे तमे छो देविओना संतान
हो याद करो चारण मां सोनलनो आदेश…..
रचना=रामभइ गढवी
कोटाया=कच्छ
फोन=8141788978
टाइपिंग=राम बी गढवी
नविनाळ=कच्छ
फोन=7383523606