आज श्री करणी स्वरूपा सायर बाईसा महाराज रो जन्मदिन दिवस है, मैं माँ सायर बाईसा महाराज रे चरणां में कोटि कोटि निवण करूं अर सदां सहाय रेवण री कृपा चाहूं…
माँ सायर बाईसा रे जन्म दिवस पर कुछ सोरठा निजर कराऊं….
माँ सायर बाईसा रे जन्म दिवस पर कुछ सोरठा निजर कराऊं….
स्वार्थी घणूं संसार,
परमार्थ तूं प्रमेश्वरी।
पात तणी प्रतिपाळ,
सुध ले माँ सायरां।। (1)
भक्ति न जाणू भाव,
नाहीं नेम निभा सकूं।
जपूं तिहारा ….जाप,
श्री मुख सूं मैं सायरां।।( 2)
म्हारा थे माँ ……….बाप,
अवगुण ना माँ चित धरी।
समूचा….दुख…. सन्ताप,
सटके…टाळी….सायरा।। (3)
मद छकियो मतवाळ,
आगे ऊभो अटल माँ,
आज्यै…माँ….ऊताळ,
सुरां अरोगण सायरां!! (4)
दुख दाळद… कर….दूर,
भगतन रा सब भय हरो,
पात…..तणी ….पुकार,
श्रवणां सुणज्यो सायरां!!(5)
रख मायड़ रखवाळ,
म्हां सूं माय बिसरो मति,
पात तणी प्रतिपाळ,
सगत रहिज्यो सायरां!! (6)
अवगुण भर्या अनेक,
चित सूं माँ चतुर नहीं।
न्हाळ नजर भर नेक,
साय करो मा सायरा।।(7)
मोटो मन में मान,
आप तणू है ईसरी!
हरखत धरज्यै हाथ,
शीश दुलरा सायरा !! (8)