सज अंध मन सवार रो ,
धज बंध भगति धार ।
कज सुख कंध भज मधुकरा,
पज फंध हर कर पार ।
भजत शिव कवी भँमरिया ,
छजत छंद छनकार ।
सजत किरत करनल सगत ,
दजत सुनत दरकार ।
मोद मती कर मधुकरा ,
बोद गती विसतार ।
ओद अती सुधरत अवस ,
सोद सती शिव सार ।
किया न समरन करनला ,
दिया न मधुकर दान ।
गिया ज दिनड़ा गफलतां ,
भजिया बिन भगवान ।
गावो करनल गीतड़ा ,
उपजावो अनुराग ।
सरसावो शिव उठ सदा ,
भँमर जगावो भाग ।