धनकार देवी रटो नित नामा
धनकार देवी आवो तुझ धामा
धनकार देवी रहो मुझ शाया
धनकार देवी प्रेम रूप पाया
धनकार देवी करो नित सेवा
धनकार देवी पावो नित मेवा
धनकार देवी दयावान देवा
धनकार देवी खेवों धूम्प् खेवा
धनकार देवी तनों मात करणी
धनकार देवी सदा राख शरणी
धनकार देवी धरा रूप धरणी
धनकार देवी हरो दुःख हरणी
धनकार देवी काटे कष्ट काया
धनकार देवी मिटे मोह माया धनकार देवी जिके जन्म जाया
धनकार देवी अवनि रूप आया।
धनकार देवी जग मात जाणी धनकार देवी हरो दुःख हाणी
धनकार देवी पूजे धर प्राणी
धनकार देवी तुझ किनियाणी
धनकार देवी रहो मुझ राजी
धनकार देवी बणी रख बाजी
धनकार देवी सबे काज साजी
धनकार देवी राखे राजन राजी।
(कवि राजन झणकली)