March 31, 2023

नित लेवो करणी नाम सदा समरो सुबे शाम- कवि राजन झणकली

नित लेवो करणी नाम
सदा समरो सुबे शाम
लागे नीं कोई छदाम
करो याद आई है।।
केड़ो ई अबख काम
जोर जबर जुध जाम
ताप शीत हो तमाम
तारण आळी माई है।।
रन रोई सूंनी रोड़
कंटक पथ हो करोड़
जपो दोऊ कर जोड़
सदा मात स्याई है।।
सफेद काळी खाखी वर्दी
देवी शायक रहे दर्दी
गम पीड़ा टाळण गर्दी
सदा सुख दाई है।।
(कवि राजन झणकली)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: