अपनों के मिलन का राष्ट्रस्तरीय आयोजन, मेहमान मेजबानों के आपसी स्नेह को देखकर हुए अभिभूत
आई चम्पाबाई सेवाधाम मैकेरी में आयोजित धाट-पारकर वेलफ़ेयर ऑर्गेनाइजेशन के बैनर तले धाट-पारकर चारण समाज प्रतिभा सम्मान समारोह, आई चम्पाबाई सेवाधाम के जीर्णोद्धार,माताजी के पर्चे परवाड़ों को समाज के समक्ष रखते हुए एक ऐतिहासिक पुस्तक का विमोचन कार्यक्रम व धाट-पारकर चारण समाज की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने व पाकिस्तान में रह रहे 216 परिवारों के बारे में चिंतन जैसे सामूहिक उद्देश्यों को लेकर आयोजित भव्य आयोजन 22 अगस्त को चम्पानगर मैकेरी पूगल बीकानेर में सम्पन्न हुआ ।।
कार्यक्रम की भव्यता नारायणश्वर कोटेश्वर समुंद्री तट भुज के गांव कपुरासी, सोनलनगर, नवानगर, बनासकांठा, बाड़मेर के बॉर्डर इलाके, जैसलमेर, जालोर व बीकानेर के पूगल व खाजुआला तहसील में बसे आपसी 1500 किलोमीटर दूरियों में फैले क्षेत्र धाट-पारकर चारण समाज के गणमान्य लोग उपस्थित हुए जिनकी संख्या 1800 से 2100 के बीच आंकी गयी जिसमे मातृशक्ति की भागीदारी अधिक रही और धाट-पारकर चारण समाज के स्नेही मेहमानों की संख्या भी इस कार्यक्रम में प्रसंशनीय रही ।।
धाट-पारकर क्षेत्र की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए *मुख्य अतिथि* के रूप में वर्तमान चारण समाज के शिक्षा के क्षेत्र में भारत वर्ष में चर्चित व गौरवान्वित नाम *प्रोफेसर हाकमदान जी चारण कुलपति तकनीकी विश्वविद्यालय बीकानेर रहे*,जिन्होंने हाल ही में माँ करणी जी महाराज का चित्र यूनिवर्सिटी के प्रतीक चिन्ह मे लगाकर भारत वर्ष के चारण समाज के चेहते बने और प्रशंसा भी पाई दूसरे मुख्य अतिथि के रूप में युवाओ के प्रेरणास्रोत व कम उम्र में ही समाज का नाम रोशन कर नई ऊंचाइयां को छूने वाले *मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार के निजी सचिव व हम सबके लाडले रोहितजी देवल* ने मंच को शुशोभित किया ।।
*विशिष्ठ अतिथियों* के रूप में चारण समाज के आदर्श विचारधारा के धनी गणमान्य लोग उपस्थित थे उनमें से बाड़मेर चारण समाज के *ज़िलाध्यक्ष नरसिंहदान जी देथा*, धाट- पारकर विकास समिति के अध्यक्ष व पाकिस्तान से पधारे चारण परिवारों की सेवा करने वाले *नारायणदान जी विठु*, राष्ट्रीय स्तर की एकमात्र सामाजिक पत्रिका चारणाचार पत्रिका के सम्पादक *सुल्तानसिंह देवल धारता*, बीकानेर के चिकित्सा क्षेत्र में समाज़ सेवा के लिए प्रसिद्धि पा चुके *डॉ कुलदीपसिंह विठु*, अन्याय के खिलाफ लड़कर शदियों पुराने तरीकों को अपनाकर अन्यायी व अत्याचारी शक्तियों को मात देकर विजय पाने वाले समाज के युवा राजनेता *तेजदानजी साता*, चारण विकास परिषद के संस्थापक टीम के सदस्य व बारहठ परिवार पर जोधपुर सम्भाग में कार्य करने वाले समाज के सक्रिय व्यतित्व *नारायणसिंह तोलेसर* उपस्थित रहे ।।
कार्यक्रम अतिथियों के दीप प्रज्वलन के बाद ठीक 7 बजे प्रारम्भ हुआ, मंच संचालक दिनेशसिंह आशिया के निर्देशानुसार उपस्थित जनसमूह ने मौन रखकर कार्यक्रम तय होने की तिथि के पश्चात समाज मे हुई दुःखद व पीड़ादायक घटनाओं पर श्रदांजलि दी गयी।। हज़ारो की संख्या में उपस्थित समूह की आई चम्पाबाई माँ के प्रांगण में दैवीय आस्था के प्रति श्रद्धा व समर्पित भाव देखते ही बनता था और आने वाले श्रद्धालुओं के पैदल संग इसमे चार चांद लगा रहे थे ।।
कार्यक्रम समयानुसार प्रारम्भ हुआ और प्रतिभाओं का सम्मान होना प्रारम्भ हुआ जहाँ बिजेरी से सुरेन्द्र देथा को 93% अंक लाने पर समाज ने तालियों की गड़गड़ाहट से सर आंखों पे बिठाया तो एक और प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफल अभ्यर्थियों का सम्मान और ऐसी 105 प्रतिभाओं को सम्मानित किया जो भविष्य में चारण समाज का नाम रोशन करेंगे इस रूप में तरासा, अलगे ही क्षण थे धाट-पारकर समाज के वो पल जो हमें अपने जड़ो से जोड़े रखती है और गर्व करने के हजारों मौके उपलब्ध करवाते है ऐसे कवि जिन्हें याद करके हमें अपने चारणाचार पर गर्व होता है ऐसी शख्सियतो का मरणोपरांत सम्मान, उनमे से प्रारम्भ हुआ *स्व. जुझारदान जी देथा मीठीडियो* के पूरे परिवार को मंच से पूरे सम्माज ने सम्मानित किया और जुझारदान जी का समाज को योगदान काव्य परंपरा में किस तरह का है, उनका सम्मान पत्र जिसको पढ़कर मंच संचालक ने कुछ क्षण पांडाल को ही प्रभु से जोड़ दिया था, अगली कड़ी में मरणोपरांत सम्मान के लिए *स्व. खेतदानजी मीसण देदलाई* जिन्होंने अपने कालखंड में हमारे समाज को काव्य परंपरा को वो उचाइयां दी जिसको मंच से उल्लेखित करके संचालक ने पुनः सम्पूर्ण पांडाल को कुछ क्षणों के अपनी काव्य परंपरा के नजदीक पाया, इसी क्रम में *स्व.खुमदान जी बारहठ पूगल* के परिवार को सम्मानित किया गया जिनके सम्मान के लिए मंच पर आए परिवार को लगा कि आज हमें समाज ने वो सब दिया जिसका लंबे समय से एक काव्य से जुड़े परिवारों को हर समाज देता है ।।
कार्यक्रम के अगले पड़ाव में वर्तमान धाट-पारकर चारण समाज के समाजप्रेमियो को मंच ने याद किया जिन्होंने अपना सबकुछ झोंककर अपनो के लिए कुछ करने की ललक बनाए रखी इसी क्रम में मंच से उदघोष हुआ *श्री राणीदान जी बारहठ पूगल* (उपस्थित समुह में सबसे व्योवर्ध उम्र 95 साल से ऊपर) जिनको सामाजिक कुरूतियो के ख़िलाफ़ जीवनभर लड़ते रहने और नशे मुक्त समाज के लिए अपने जीवन को समर्पित किया, सम्मान की अगली कड़ी में वर्तमान भारतीय चारण समाज के सबसे महत्वपूर्ण कार्य पाकिस्तान में बसे चारणो के चारणत्व के लिए कुछ करने के भाव से आगे बढ़ रहे मौन सेवक *श्री प्रभुदान जी मेहडू डेली तलाई* को (हाल जोधपूर) जिन्होने पिछले 3 साल में अपनों के लिए हर क्षण उपलब्ध रहने के ज़ज्बे से अपने आप को हमेशा समर्पित पाया समाज ने, अगली कड़ी में उस युवा को समाज ने आंखों पर बिठाया जिसने बिना किसी लोभ लालच के निश्वार्थ भाव से सम्पूर्ण भारत वर्ष में बिखरे धाट-पारकर के अज़ीज़ों को सूचिबद्ध किया व गांव गांव में गोत्र के अनुसार एक लिखित में सूची तैयार करके धाट-पारकर ब्लॉग पर जीवनभर के लिए सुरक्षित कर लिया एक अतिआवश्यकता जानकारी है जो ।।
धाट-पारकर वेलफ़ेयर ऑर्गेनाइजेशन के तत्वाधान में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में समाज के गणमान्य लोगो की उपस्थिति को देखते हुए अतिथियों ने मंच के माध्यम से प्रसंशा की व कार्यक्रम के बीच मे आई बारिश के कुछ समय के व्यवधान के बावजूद कार्यक्रम पुनः विधिवत प्रारम्भ होना और रात्रि 3 बजे तक सबका उपस्थित रहना कार्यक्रम के प्रति लोगो का जुड़ाव दर्शाता है व आयोजन में उपस्थित जनसमूह का अपनों के प्रति लगाव व कर्मठता जैसे गुणों को अंगित किया, कार्यक्रम के *मुख्य अतिथि कुलपति हाकमदान जी* ने बताया की इस तरह के आयोजनों से युवा वर्ग को हमारी संस्क्रति व संस्कारों से जुड़े रहने का नवीन ज्ञान व जानकारी भी मिलती है व आयोजन टीम को बधाई देकर अपना कार्यक्रम से जुड़ाव जो है उसको सबके समक्ष रखा, इसी तरह मंच से सभी अतिथियों ने सभा को सम्बोधित किया, वेलफ़ेयर की ओर से पिछले तीन वर्षों की प्रगति व अगले आने वाले समय मे किये जाने वाले कार्यो की जानकारी *डॉ बाबूदान देवल बींजासर* ने दी, माताजी के जीवनकाल की जानकारी उनके पोते *ईश्वरदान सिंधायच* ने दी व धन्यवाद भाषण टीम के सदस्य *करणीदान बारहठ पूगल* ने दिया जिसमें चम्पाबाई सेवाधाम आयोजन के संयोजक *जेसुदान देथा व उदयकरणदान बारहठ* का आभार व्यक्त किया गया, कार्यक्रम के सफल आयोजन में बड़ी टीम पिछले एक माह से सक्रिय थी जिसमे प्रथम 19 जुलाई को आयोजित मीटिंग के बाद घर घर चावल पहुंचाने से लेकर अंतिम क्षणों तक सेकड़ो युवा लगातार सक्रिय थे जिनका मंच के माध्यम से आभार प्रकट किया गया व सरपंच डुंगरराम द्वारा माताजी मंदिर प्रांगण में करवाए गए कार्य के लिए मंच से सम्मानित किया गया , आयोजन को लेकर कोषाध्यक्ष का जिम्मा तेजदान झिबा व भंवरदान मेहडू के पास था, अभिनंदन पत्र, स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र का कार्य दिनेशसिंह आसिया व करणीदान C.A के जिम्मे था, आई माता जी के जीवन, पर्चे परवाडो पर आई चम्पा माँ सुजस का कार्य विष्णुदान बारहठ ने सम्पादित किया, प्रचार प्रसार व आई टी की जिम्मेदारी प्रकासदान मीसण व विष्णुदान पूगल के जिम्मे व पीले चावल देकर घर घर आमंत्रण देने का कार्य विभाजन का जिम्मा शैतानदान देथा के पास था, भोजन प्रसाद के कार्य के लिए रामदान बारहठ के नेतृत्व में डेली के युवाओ के कंधों पर थी तो चाय पानी की व्यवस्था का जिम्मा गणेशवाली के युवाओ के पास था और हर तरह की तात्कालिक व्यवस्था में अपने हाथ बंटाने के लिए पधारे हुए युवाओ के जोश और जज़्बे को वेलफ़ेयर हमेशा याद रखेगा , इस भव्य आयोजन को सफ़ल बनाने में लगी हुई टीम का पुनः आभार व्यक्त किया जाता है जिन्होंने अपना श्रेष्ठ देकर आयोजन को सफल बनाया ,इस दौरान आई माताजी प्रांगण व भविष्य के कार्यक्रमो के लिये भामाशाहों के सहयोग से पांच बीघा जमीन व लगभग 3 लाख रुपए के कार्यो को अंतिम रूप दिया गया ।।
पुनः सफ़ल आयोजन में सहयोग करने वाले युवाओ का आभार व कार्यक्रम के लिए दिए गए सहयोग के लिए भामाशाहों को धन्यवाद आई माँ धन धान्य से परिपूर्ण रखें ।।
*आपरो हेताळु अज़ीज*
डॉ बाबूदान देवल बींजासर
धाट-पारकर वेलफ़ेयर ऑर्गेनाइजेशन
*9799022082*
डॉ बाबूदान देवल बींजासर
धाट-पारकर वेलफ़ेयर ऑर्गेनाइजेशन
*9799022082*