आज मैं इस ग्रुप के शताधिक सदस्यों का ध्यान एक परम ज्वलन्त विषय ,जिसका जिक्र मैंने पहले भी एक दो बार किया था, की ओर पुन :आकृष्ट करना चाहूँगा !
विषय है – चारण को चारण बनाये रखने में हमारी भूमिका !
विषय बेशक आपको कुछ अटपटा लग सकता है पर है पूरा प्रासंगिक !
मेरा इशारा हमारे पड़ौसी, पर चिर शत्रु राष्ट्र पाकिस्तान में विपरीत परिस्थतितियों में रह रहे 208 चारण परिवारों के आस्तित्व की ओर है जो यदि समय रहते भारत नहीं लाए गए तो उन्हे विवश होकर इस्लाम ग्रहण करना पड़ेगा !!!
क्या उन चारणों को चारण बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी नहीं होनी चाहिए ???
समाज के हितचिंतकों के लिए क्या इससे ज्यादा गम्भीर और जरूरी कोई दूसरा मुद्दा हो सकता है ???
क्या हमें अपने भाई-गिनायतों की अस्मिता व आबरू बचाने के लिए कुछ भी नहीं करना चाहिए ???
क्या यह काम मंदिर,भवन,होस्टल ,जयंती,उत्सव व सम्मान समारोहों से ज्यादा प्रासंगिक नहीं है ???
यदि आपकी अन्तरात्मा में जरा सी भी चेतना शेष बची हो तो इस मुद्दे पर विचार जरूर कीजिएगा !
लम्बी जद्दोजहद के बाद आखिर आज जोधपुर चारण समाज भगवती हिंगलाज के इस आदेश की पालनार्थ इस विषय पर एक कदम आगे बढा !
कोर कमेटी के सभी बारह सदस्यों नें जोधपुर के किसान भवन में पाक विस्थापित चारणों के पुनर्वास में जोधपुर चारण समाज की भूमिका विषय पर चिंतन बैठक करके एक ठोस निर्णय लिया कि जोधपुर में आने वाले पाक विस्थापित चारण परिवारों के पुनर्वास के लिए एक युक्तियुक्त कार्ययोजना बनाई जाय और उसे सबके सहयोग से अमली जामा पहनाया जाय !
इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए गोविंदसा शिहू, मुकनसा भींयाड़, हेतुसिंह सा दईपड़ा और भंवर सा जालीवाड़ा के नेतृत्व में माँ हिंगलाज पाक विस्थापित चारण सेवा समिति जोधपुर का गठन किया गया !
गौरतलब है कि दो वर्ष से आदिनांक तक कुल बारह परिवार पाकिस्तान से जोधपुर आ चुके हैं ,जिनके भरण पोषण व पुनर्वास का पूरा जिम्मा धाट पारकर वैलफैयर ऑर्गेनाइजेशन नामक हमारी एक सामाजिक संस्था कर रही है !
परंतु इसमें हम जोधपुर वासियों की क्या कोई भूमिका है ???
नहीं न ..! तो …?
तो अब सदा-सदा के लिए अपनी सरजमीं छोड़कर जोधपुर आने वाले प्रत्येक पाक विस्थापित चारण परिवार के लिए हम हर संभव सहयोग के लिए सदैव तत्पर रहेंगे ,आज भगवती हिंगलाज को साक्षी मानकर यह प्रण करते हैं !
जो स्वजातीय सज्जन या मातृशक्ति पाक विस्थापित भाई- सैणों के पुनर्वास रूपी इस पूनीत यज्ञ में अपनी सहयोग रूपी आहूति देना चाहे तो उनका ह्रदय से स्वागत है !
हमारा उद्देश्य पाकिस्तान में बसे आखिरी चारण परिवार को भारत में लाना तथा उस परिवार को स्वाभिमान के साथ जीवनयापन के जरूरी संसाधन उपलब्ध करवाना है सो यदि आप इस पवित्र प्रकल्प से सीधे जुड़ना चाहें तो आपको 5100 रुपये वार्षिक का अंशदान देना होगा !
विधिवत खाता खोले जाने तक आप यह सहयोग राशि मुकनसा भींयाड़, गोविंद सा सिहू,हेतु सिंह सा दईपड़ा और भंवर सा जालीवाड़ा के पास जमा करवा सकते हैं ,जिसकी रसीद शीघ्र ही आपको दे दी जाएगी !
सम्पूर्ण लेन देन व आय व्यय की पारदर्शिता का दायित्व हम सबको लेना होगा !
क्योंकि यदि हम सजग व सक्रिय रहेंगे तो हमारी एनर्जी छींटाकशी के बजाय किसी और सृजनात्मक व सकारात्मक कार्य में लग पाएगी !
इस प्रकल्प में आपके सुझाव व आपका सक्रिय सहयोग सादर अपेक्षित रहेगा !
पुनश्च: एक निवेदन, कि इस विषय पर अपनी प्रतिक्रिया जरूर दें साथ ही उचित लगे तो इसे अधिकाधिक शेयर व प्रसारित भी करें !
-नारायण सिंह तोलेसर
स्वयंसेवक
मां हिंगलाज पाक विस्थापित चारण सेवा समिति, जोधपुर